सउदी रियाल की व्यवस्था भी खुद को करना होगी, पहले एम्बार्केशन पाइंट पर मिल जाते थे रियाल


भोपाल । अब 12 साल से कम उम्र के बच्चे हज यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। इस संबंध में स्टेट हज कमेटी ने निर्देश जारी किए हैं। अगर किसी ने आवेदन भी कर दिया है तो उसे निरस्त कर दिया गया है।
कोरोना के पहले छोटे बच्चे भी हज की यात्रा पर जाते थे। इनमें छोटे बच्चे शामिल थे। 12 साल से ऊपर की उम्र के बच्चों को बड़ा माना जाता है। स्टेट हज कमेटी के सचिव सैयद शाकिर अली जाफरी ने बताया कि अब 30 अप्रैल 2023 की स्थिति में जो बच्चा 12 साल की उम्र के नीचे हैं, उन्हें हज पर जाने की पात्रता नहीं रहेगी। अगर उनके अभिभावकों ने आवेदन कर भी दिया है तो उनके आवेदन निरस्त किए जा रहे हैं। हज कमेटी का कहना कि सउदी सरकार ने ही सुरक्षा की दृष्टि से यह नया नियम बनाया है,  वहीं हज पर जाने के पहले चयनित हज यात्रियों को भारतीय मुद्रा सउदी रियाल में बदलने के लिए एम्बार्केशन पाइंट पर सुविधा मिलती थी, लेकिन अब हज यात्रियों को चयनित होने पर अपने स्तर पर ही सउदी रियाल की व्यवस्था करना होगी।