भोपाल । शहर में अब मानसून की झमाझम बारिश के आसार है। राजस्थान में 25 सितंबर को प्रति चक्रवात बन रहा है, इससे राजस्थान से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। ग्वालियर में महीने के अंत में मानसून विदाई ले सकता है। मानसून की विदाई के चलते बादल छाएंगे। इससे पश्चिमी हवा का चलना शुरू हो जाएगा। आसमान साफ होने पर तेज धूप निकलेगी और शहर के लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
बंगाल की खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश तक आते-आते कमजोर पड़ गया। अलग-अगल स्थानों पर चार प्रमुख मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इनमें से मानसून द्रोणिका मध्य प्रदेश के ग्वालियर से होकर गुजर रही है। इस वजह से लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश में बादल बने हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक दिन का तापमान बढ़ा हुआ रहने से सोमवार को पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ छिटपुट वर्षा हो सकती है। विशेषकर भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभागों में मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के आसपास हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर सक्रिय हो गया है। मानसून द्रोणिका ग्वालियर से होकर जा रही है। दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। इसी क्रम में रविवार-सोमवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम में संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है।
बता दें कि सितंबर माह में हुई झमाझम वर्षा से प्रदेश में सितंबर माह का सामान्य वर्षा का अभी तक का कोटा पूरा हो गया है। इस सीजन में एक जून से लेकर रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 933.7 मिमी. वर्षा हो चुकी है। जो सामान्य वर्षा 935.1की तुलना के समकक्ष है। हालांकि अभी भी प्रदेश के छह जिले गुना, अशोकनगर,दमोह, सतना, रीवा एवं सीधी में सामान्य से 23 से लेकर 37 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है।