चंडीगढ़ । कांग्रेस ने गठबंधन सरकार पर नगरीय ‎निकाय के चुनावों से बचने का आरोप लगाया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है। यह सरकार डरी हुई है एक बुरी हार से, इसलिए यह स्थानीय निकायों के चुनाव नहीं करा रही है। लेकिन सरकार भूल गई है कि लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी ताकत है जो समय आने पर ऐसी सरकारों का अहंकार और भ्रम दोनों दूर कर देती है। सैलजा ने कहा ‎कि सरकार कहती रहती है कि वार्ड परिसीमन पूरा होने के बाद ही चुनाव कराए जाएंगे। वार्ड परिसीमन समय पर कराना सरकार का काम है। सैलजा ने चुटकी लेते हुए कहा, क्या इसे पूरा करने के लिए कर्मचारी या अधिकारी किसी अन्य राज्य से आएंगे? मीडिया को जारी बयान में उन्होंने कहा कि सरकार ने एक बार फिर स्थानीय निकायों, नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर समितियों के चुनाव स्थगित कर दिए हैं। सरकार के पास एक ही बहाना है कि वार्ड परिसीमन पूरा नहीं हुआ है। सरकार कोई न कोई बहाना तैयार रखती है, जबकि हकीकत यह है कि सरकार हार के डर से चुनाव नहीं करा रही है।
सैलजा ने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने पंचायतों और स्थानीय निकायों के चुनाव की पहल की ताकि लोगों को उनके अधिकार मिल सकें। वे विकास कार्यों में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम, फरीदाबाद और मानेसर नगर निगम के चुनाव नहीं हुए हैं जबकि सरकार 25 नगर परिषदों और नगर निगमों के चुनाव भी टाल रही है। इस साल के अंत तक यमुना नगर, करनाल, पानीपत, रोहतक और हिसार नगर निगम का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं का कार्यकाल पूरा होने से पहले वार्ड परिसीमन करना होता है ताकि समय पर चुनाव कराए जा सकें। लेकिन कार्यकाल पूरा होने के बाद भी सरकार वार्ड परिसीमन की प्रक्रिया अभी भी अटकी हुई है।