उद्धव ठाकरे की सरकार ने बुधवार को औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद को धाराशिव करने का फैसला किया था। अब खबर है कि पूरे सियासी संकट के दौरान शिवसेना के साथ खड़ी रही कांग्रेस गठबंधन के प्रमुख दल के इस फैसले से खुश नहीं है। हालांकि, ऐसे भी कई कारण सामने आए हैं, जिनके चलते पार्टी ने दोनों शहरों के नाम बदलने का विरोध नहीं किया। ठाकरे ने बुधवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है।इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के एक वर्ग का मानना है कि महाराष्ट्र सरकार में शामिल उनके मंत्रियों को फैसले से दूरी बनानी चाहिए थी। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे का भी रुख किया था, लेकिन आला कमान इस मामले में दखल देने के मूड में नहीं था।