छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के एक लॉज में रायपुर के दंपती ने अपने दो नाबालिग बच्चों को जहर देकर खुद को फांसी लगा लगी। एक ही कमरे में चार शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक एक ही परिवार के थे और सभी रायपुर के रहने वाले थे। उन्होंने बुधवार शाम न्यू बस स्टैंड स्थित लॉज में चेक इन किया था। गुरुवार रात जितेंद्र देवांगन (38) और उनकी पत्नी सविता (35) लॉच के एक कमरे के अंदर पंखे ले लटके मिले, जबकि उनके दो नाबालिग बच्चों के शव बिस्तर पर मिले।

गुरुवार शाम तक उनके कमरे से कोई बाहर नहीं आया तो लॉच के कर्मचारियों को शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है, जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पहुंचकर कमरे का दरवाजा तोड़ा तो पति-पत्नी एक-दूसरे के बगल में लटके हुए थे और उनके हाथ पीठ के पीछे बंधे हुए थे। यह मामला आत्महत्या का लग रहा है। माना जा रहा है कि दंपती ने आत्महत्या करने से पहले 10 साल से कम उम्र के अपने बेटे और बेटी को जहर दे दिया। हालांकि, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।