आयोग ने कहा- कमिश्नर व कलेक्टर रीवा तीन सप्ताह में दें जवाब

रीवा   जिले से सरकारी योजनाओं और सिस्टम पर सवाल उठाने के साथ मानवता को शर्मसार करने वाला एक वीडियो सामने आया है। अस्पताल से शव वाहन न मिलने पर एक वृद्ध मां के शव को उसकी बेटियां चारपाई के साथ कंधे पर लेकर निकली। करीब 5 किलोमीटर पैदल चलकर घर पहुंचीं। सोशल मीडिया में वायरल हुआ यह वीडियो बेहद शर्मसार करने वाला ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था पर करारा तमाचा है। दरअसल, रीवा जिला मुख्यालय से लगे रायपुर कर्चुलियान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक 80 वर्षीया वृद्धा श्रीमती मुलिया केवट का उपचार के दौरान निधन हो जाता है, जिसके बाद शव को नजदीकी ग्राम महसुआ तक ले जाने के लिये शव वाहन की मांग की जाती है। अस्पताल से 5 किलो मीटर की दूरी पर घर था। तमाम कोशिशें करने के बाद जब शव वाहन नही मिला, अस्पताल प्रबंधन ने भी हांथ खड़े कर दिये, तो मजबूरी में मां के शव को खाट पर लेकर चलने के लिये बेटियां मजबूर हो गई और फिर खाट पर शव को लिटाकर बेटियां अस्पताल से घर के लिये रवाना हुई। मानवता और इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह तस्वीर झकझोर कर देने वाली थी। चार महिलाओं के अलावा पुरुष नहीं थे, राहगीर से लेकर तमाम लोग तमाशबीन बने रहे, पर किसी ने भी मदद के लिये हांथ नहीं बढ़ाया। जिला प्रशासन भी शाम तक खामोश रहा। किसी ने यह पता करने की कोशिश नहीं की आखिर मामला क्या है ? इस गंभीर मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कमिश्नर और कलेक्टर, रीवा से मामले की जांच कराकर जांच रिपोर्ट सहित तीन सप्ताह में तथ्यात्मक जवाब मांगा है।