मामा की सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री और गृह मंत्री 13 दिन बाद फिर आमने - सामने हो गए हैं। दो सप्ताह के भीतर यह दूसरा मौका है जब स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान के 24 घंटे के भीतर गृह मंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए उनसे जुदा राय दी। ताजा मामला स्कूलों में छात्राओं के हिजाब के पहनावे को लेकर है। मंगलवार को स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा था कि हिजाब यूनिफॉर्म कोड का हिस्सा नहीं है। अगर कहीं कोई हिजाब पहनकर स्कूल में आता है, तो प्रतिबंध लगाया जाएगा। मध्यप्रदेश में स्कूल यूनिफॉर्म कोड के अनुसार ही बच्चों को आना होगा। हम स्कूल यूनिफॉर्म कोड को लेकर काम कर रहे हैं।

मंत्री परमार का यह बयान आने के 24 घंटे के भीतर ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आ गया। मिश्रा ने स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान को काटते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के पास अभी ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। उन्होंने कहा इस मामले में कोई भ्रम की स्थिति ना रहे। मप्र में कोई विवाद की स्थिति नही है। जहां का यह विवाद है वहां भी यह मामला न्यायालय में लंबित है।

कांग्रेस ने पूछा- सही कौन, गलत कौन

हिजाब को लेकर गृहमंत्री का बयान सामने आने के बाद कांग्रेस भी इस मामले में कूद गई है। कांग्रेस के मीडिया समन्वय नरेंद्र सलूजा ने चुटकी ली है। सलूजा ने ट्वीट किया कि मध्यप्रदेश में विभिन्न मुद्दो पर मंत्रियों के अलग-अलग सुर रोज देखने में आते हैं। अब हिजाब को लेकर स्कूली शिक्षा मंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री का बयान अलग और अब सरकार के प्रवक्ता गृहमंत्री का बयान अलग? सही कौन, गलत कौन, अब अधिकृत निर्णय बेटियों के मामाजी ही सुनाएंगे।