भोपाल । राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे में इस बार भी दूसरे पायदान तक ही पहुंच पाया है। एयरपोर्ट के नए डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने इस बार प्रयास किया था कि एयरपोर्ट देश में नंबर वन स्थान प्राप्त करे इसके लिए कई सुविधाएं जुटाई गई। जानकारों की राय में टर्मिनल यात्री सुविधा के हिसाब से उपयुक्त बना दिया है लेकिन अभी भी भोपाल की कनेक्टिविटी देश के बाकी शहरों से कमजोर है। इसका खामियाजा कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे में उठाना पड़ रहा है। सरकार के विमानन विभाग को कंपनियों से बातचीत कर नई उड़ानों का रास्ता खोलना होगा तभी रैंकिंग में भी सुधार आएगा।
भोपाल में इंटरनेशनल उड़ान की शुरूआत दुबई उड़ान से हो सकती है। अभी तक प्रदेश में केवल इंदौर से ही दुबई की उड़ान संचालित है। इसी उड़ान को सप्ताह में एक या दो दिन भोपाल से चलाया जा सकता है। भोपाल के लोग दुबई जाने के लिए या तो इंदौर से जाते हैं या फिर दिल्ली-मुंबई से।
इंटरनेशनल विंग बनाने के लिए नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो की अनुमति लेना जरूरी है। ब्यूरो की एक टीम ने एयरपोर्ट का निरीक्षण कर यहां अलग इंटरनेशनल विंग बनाने की सैद्धांतिक सहमति दे दी है। निरीक्षण दल इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार करेगा। रिपोर्ट के आधार पर एयरपोर्ट अथारिटी को औपचारिक अनुमति दी जाएगी। राजा भोज एयरपोर्ट का निर्माण सन 2011 में इंटरनेशनल मापदंड के अनुरूप ही किया गया था।
एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक सब कुछ ठीक रहा तो मार्च तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू हो जाएगी। एयरपोर्ट अथारिटी इसके लिए लाउंज के एक हिस्से में इंटरनेशनल विंग बना रही है। यहां तीन इमिग्रेशन कांउटर खुलेंगे। कस्टम विभाग ग्रीन एवं रेड चैनल बनाएगा इससे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों व उनके सामानों की जांच की जा सकेगी।