कोलंबो । श्रीलंका में राजनीतिक संकट बढ़ता ही जा रहा है। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के फरार होने के बाद देश में हालात बेकाबू हो गए हैं। श्रीलंका की नाराज जनता सड़कों पर उतर गई और प्रदर्शन किया। स्थिति बिगड़ती देख प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने देश में आपातकाल का ऐलान किया है। इसके बावजूद लोगों का प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान श्रीलंका की जनता ने पीएम आवास पर भी कब्जा कर लिया है। सुरक्षाबलों ने उन्हें रोकने की कोशिशें भी की। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रदर्शनकारियों ने विक्रमसिंघे के इस्तीफे तक वहां से हटने से मना कर दिया। हालात को काबू में करने के लिए विक्रमसिंघे ने गुरुवार सुबह तक देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही स्पीकर से सभी दलों को स्वीकार नेता को प्रधानमंत्री नामित करने को कहा है।
सेंट्रल बैंक आफ श्रीलंका ने आभासी मुद्राओं खासकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से उत्पन्न महत्वपूर्ण वित्तीय, परिचालन, कानूनी और सुरक्षा संबंधी जोखिमों के संभावित जोखिम को देखते हुए लोगों को चेतावनी दी है। बैंक ने लोगों को इंटरनेट के माध्यम से पेश की जाने वाली इस प्रकार की आभासी योजनाओं में निवेश ने करने की हिदायत दी है। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष के कार्यालय से जानकारी दी गई है। बताया गया कि अध्यक्ष को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से इस्तीफे की चिट्ठी मिलना बाकी है।
श्रीलंका में चल रहे राजनीतिक संकट से निपटने के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक आपात बैठक की। बैठक में नेताओं ने फैसला किया कि देश में मौजूदा स्थिति को हल करने के लिए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। श्रीलंका में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने मुलाकात की है। मुलाकात में फैसला किया कि देश में मौजूदा स्थिति को हल करने के लिए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
श्रीलंका में अमेरिकी राजदूत जूली चुंग ने श्रीलंका की राजनीतिक पार्टियों से सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने श्रीलंका में कानून के शासन को बनाए रखने की अपील भी की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने श्रीलंका को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि संघर्ष के मूल कारणों और प्रदर्शनकारियों की शिकायतों का समाधान किया जाए। मैं सभी पार्टी नेताओं से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक परिवर्तन के लिए समझौते की भावना को अपनाने का आग्रह करता हूं।