मुंबई । महाराष्ट्र में शिवसेना के उद्धव गुट और शिंदे गुट की ओर से एक-दूसरे के विधायकों को अयोग्य घोषित करने की याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई हुई। यह सुनवाई विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधानसभा के सेंट्रल हॉल में की। इस दौरान दोनों गुटों के विधायक और उनके विधायक मौजूद रहे। फिलहाल मामले की सुनवाई अगले हफ्ते तक के लिए टाल दी गई है।
 मामले की सुनवाई सुबह करीब 10:30 बजे शुरू हुई थी, जो 2 बजे तक जारी रही। सुनवाई खत्म होने के बाद शिंदे गुट के वकील अनिल साखरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें उद्धव गुट की ओर से दस्तावेज नहीं मिले हैं।
उधर, उद्धव ठाकरे गुट के विधायक रवींद्र वायकर ने कहा कि शिंदे गुट ने दावा किया है कि हमने उन्हें दस्तावेज नहीं दिए हैं। यह उनकी रणनीति का हिस्सा है। यह विधानसभा अध्यक्ष का काम है कि वो दोनों गुटों को मामले से जुड़े दस्तावेज मुहैया कराएं। हम चाहते हैं कि इस मामले में 34 याचिकाएं दाखिल की गई हैं, सबको जोडक़र एक साथ सुना जाए। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मामले की सुनवाई के लिए शिवसेना के दोनों गुटों के 54 विधायकों को नोटिस भेजा था। जिसमें सभी विधायकों को विधानभवन में पेश होने का निर्देश दिया गया था।