दमोह में होटल, शराब और ट्रांसपोर्ट कारोबारी राय फैमिली के 12 ठिकानों पर गुरुवार सुबह 5 बजे शुरू हुई इनकम टैक्स की कार्रवाई शुक्रवार रात 11 बजे खत्म हुई। 42 घंटे चली कार्रवाई में 8 करोड़ रुपए नकद मिले हैं। आयकर टीम को रुपए गिनने के लिए 5 मशीनें लगानी पड़ी। सोने के 3 किलो जेवर के साथ हीरे, हथियार और करोड़ों रुपए के लेन-देन के दस्तावेज भी टीम को मिले हैं।

रेड पड़ते ही राय बंधुओं ने बैग में नोट भरकर पानी की टंकी में डाल दिए थे। आयकर टीम ने नोटों से भरा बैग बाहर निकाला और हेयर ड्रायर व प्रेस की मदद से घंटों तक नोट सुखाए। नोट गीले होने से बैंककर्मी भी इन्हें सुखाने में जुटे रहे। टीम लीडर IT जॉइंट डायरेक्टर मुनमुन शर्मा ने शुक्रवार देर रात रेड खत्म होने की आधिकारिक घोषणा की।

सुबह 5 बजे सभी ठिकानों पर एक साथ पहुंची टीम

गुरुवार सुबह करीब 5 बजे 40 गाड़ियों में 100 से ज्यादा आयकर अधिकारी-कर्मचारियों की टीम दमोह पहुंची थी। यहां शंकर राय, कमल राय, संजय राय और राजू राय के मकान सहित अन्य स्थानों पर छापामार कार्रवाई शुरू की। राय परिवार के लोग जब तक कुछ समझ पाते, टीम उनके घर के अंदर जा चुकी थी। पहले दिन करीब साढ़े छह करोड़ का कैश मिला था। कैश गिनने के लिए बैंकों से मशीनें मंगवाई गई थीं और बाजार से पेटियां बुलाई गई थीं।

बस कंडक्टर के नाम शराब ठेके
गुरुवार दोपहर करीब 2.30 बजे टीम को नकद रुपए हाथ लगे, जिसके बाद टीम के कुछ कर्मचारी पेटियां लेकर राय फैमिली के ठिकानों पर पहुंचने लगे। इसके बाद नोट गिनने की मशीन भी आना शुरू हो गईं। रेड में ज्यादातर नोट 2 हजार के थे। आयकर विभाग की टीम ने सभी घरों पर छापेमारी शुरू की, तो परिवार के सदस्य घबरा गए।

राजू राय की पत्नी ज्यादा घबराहट में आ गईं। तबीयत बिगड़ी तो उन्हें सामने मिशन अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा। इसके बाद उन्हें यहां से जबलपुर, फिर नागपुर रेफर किया गया है। जांच के दौरान इस तरह के दस्तावेज मिले हैं, जिनमें 3-4 ऐसे लोगों के नाम हैं, जिनके नाम से शराब ठेके चल रहे हैं, लेकिन उन्हें चला कोई और रहा है। इसमें एक बस कंडक्टर भी है। उसके नाम से शराब के ठेके चल रहे हैं।

कागज जलने की स्मेल आई तो टीम हुई सख्त

गुरुवार सुबह कार्रवाई शुरू भी नहीं हुई थी कि टीम को राय चौराहे पर रहने वाले कमल राय के घर में कुछ जलने की स्मेल आई। अधिकारियों ने कहा कि कुछ कागज जलाए जा रहे हैं। उन्हें यह संदेह हुआ कि नोट जलाए जा रहे हैं। इसके बाद टीम ने स्थानीय पुलिस से सहयोग मांगा। उन्होंने परिवार के लोगों से कहा कि यदि वह सहयोग नहीं करेंगे, तो उन्हें सख्ती बरतनी पड़ेगी।

पानी के टैंक से निकला नोटों से भरा बैग

रेड के दौरान का एक वीडियो सामने आया। इसमें टीम पानी के टैंक से नोटों से भरा बैग निकालते नजर आई। टीम के अधिकारी जब नोट जमा करवाने बैंक पहुंचे तो बाकी नोट तो जमा कर लिए गए, लेकिन गीले नोटों को पहले ड्रायर से सुखाया गया। इसके बाद कुछ नोट जमा हुए, लेकिन ज्यादा गीले नोटों को टीम साथ लेकर लौट आई, क्योंकि मशीन उन्हें गिन नहीं सकी। इन नोटों को अगले दिन जमा करवाया गया।

रात 11 बजे फिजिकल रेड समाप्त

IT जॉइंट कमिश्नर मुनमुन शर्मा ने शुक्रवार रात में 11 बजे सर्किट हाउस पर बात की। उन्होंने बताया कि रेड अपने अंतिम चरण में है। कुछ देर बाद उन्होंने कहा कि फिजिकल कार्रवाई समाप्त हो चुकी है। अब जो भी कार्रवाई होगी, वो दफ्तर में होगी। कैमरे के सामने उन्होंने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भोपाल ऑफिस से प्रेस नोट जारी होगा या फिर वरिष्ठ अधिकारी इस मामले की जानकारी दे पाएंगे।

ऐसे दस्तावेज मिले, जिसमें हो सकती है जेल

अधिकारियों ने ऑफ कैमरा इस बात की पुष्टि जरूर की है कि जो रुपए और जेवर जब्त किए गए हैं, उनका रिकॉर्ड राय फैमिली के पास नहीं मिला है। इसके अलावा बड़ी मात्रा में लेनदेन के दस्तावेज और चेक मिले, जिसमें करोड़ों रुपए की हेराफेरी सामने आई है। यदि सब कुछ साबित हो जाता है, तो जिनके पास से दस्तावेज मिले हैं, उन्हें जेल हो सकती है। फिलहाल टीम ने इन सभी को अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन का समय दिया है।

परिवार को प्रताड़ित करने की गई कार्रवाई

राय परिवार के सदस्य राजा राय ने कहा कार्रवाई परिवार को प्रताड़ित करने के लिए की गई है, जो राशि और जेवरात बरामद होना बताए हैं, उनके दस्तावेज IT के सामने प्रस्तुत किए जाएंगे। हमें 15 दिन का समय दिया गया है। अपने CA से मिलकर सारी संपत्ति से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे, फिलहाल सारी संपत्ति के दस्तावेज टीम लेकर गई है।