मुरैना में आबकारी एक्ट के आरोपी के पिता को पुलिस द्वारा पीटना और तबीयत बिगड़ने पर उसे रास्ते में ही छोड़ देना बेहद आपत्तिजनक और शर्मनाक: रानी अग्रवाल

मामले की होनी चाहिए जांच और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हो केस दर्ज: आप प्रदेश अध्यक्ष, रानी अग्रवाल

भोपाल ।   मध्यप्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और पुलिस की गुंडागर्दी को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। गुंडे, बदमाश तो छोड़िए अब पुलिस भी गुंडागर्दी पर उतारू हो गई है। उन्होंने कहा कि जबरन किसी को भी उठाना और मारपीट करना ये पुलिस की आदत में शुमार हो गया है।

आप की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि मुरैना के मुंगावली में पुलिस गिरफ्तारी वारंट के साथ रामविलास सोलंकी को पकड़ने गई थी लेकिन जब वो नहीं मिला तो पुलिस ने उसके पिता मलखान सोलंकी और नाती अजय को उठा लिया। पुलिस ने जब पिता मलखान सिंह सोलंकी को उठाया तब उनकी तबीयत खराब थी। उन्होंने इस बात की जानकारी पुलिस को भी दी लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। इतना ही नहीं पुलिस ने गाड़ी में बुजुर्ग के साथ मारपीट की, गालियां दी और जब तबीयत बिगड़ी तो उन्हें रास्ते में छोड़कर चले गए। बाद में किसी तरह बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि आखिर बुजुर्ग का कसूर क्या था। बेटे के नाम वारंट था तो सजा पिता को क्यों। उन्होंने कहा कि पुलिस की बर्बरता बेहद निंदनीय है।

रानी अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची। खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की ऐसी हरकतों से आम आदमी का पुलिस पर से भरोसा उठ रहा है। हमेशा आपकी सेवा में तत्पर की बात करने वाली मध्य प्रदेश पुलिस सेवा नहीं गुंडागर्दी पर उतारू है। उन्होंने कहा कि कानून के रखवाले ही कानून का मखौल उड़ा रहे हैं तो फिर किसी और से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया जाना चाहिए।