चंडीगढ़ । क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने खुलासा किया है कि आम आदमी पार्टी (आप) के साथ उनकी बातचीत कैसे विफल रही। पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा आप में उनके लिए टिकट की कोई बात नहीं थी। सिद्धू के मुताबिक बैठक के दौरान पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केवल इतना चाहते थे कि सिद्धू सिर्फ चुनाव प्रचार करें। सिद्धू ने कहा मैं सिस्टम में शामिल हुए बिना सिस्टम को कैसे बदल सकता हूं? 
सिद्धू ने आप प्रमुख को 'असुरक्षित' बताते हुए कहा केजरीवाल नहीं चाहते थे कि मैं विधायक का चुनाव लड़ूं। उन्होंने कहा आप प्रचार करें, हम आपकी पत्नी को चुनाव लड़ाएंगे। उन्हें मंत्री बनाएंगे। सिद्धू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पार्टी नेताओं दुर्गेश पाठक और संजय सिंह को उनके घर भेजा था। मैं उनसे नहीं मिला, जब मेरी पत्नी ने आग्रह किया कि आपको मिलना चाहिए, तो मैंने उनसे मुलाकात की। पाठक और संजय सिंह के साथ बैठक के बाद सिद्धू केजरीवाल के पास गए। उन्हें बताया गया उनकी भूमिका में केवल प्रचार करना शामिल होगा। 
सिद्धू ने कहा कल्पना कीजिए एक चार बार का सांसद उनके पास जाता है और कहता है कि मैं पंजाब के लिए आया हूं। और फिर छोटेपुर (आप के पंजाब संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर जिन्हें बाद में बर्खास्त कर दिया गया था) कहता है कि भगवंत मान ने उसे बताया कि सिद्धू पार्टी में आए तो हमारे बाजार बंद हो जाएंगे। 
आपको बता दें कि सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने के बाद भी आम आदमी पार्टी और सिद्धू के संबंधों को लेकर खबरें आती रही हैं। पिछले साल आप को लेकर सिद्धू के ट्वीट ने इस बात की अटकलों को हवा दे दी थी कि क्या वह पार्टी में शामिल होंगे। कुछ ट्वीट्स में कांग्रेस नेता ने कहा कि आप ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे दृष्टिकोण और काम को पहचाना। एक पोस्ट में सिद्धू ने लिखा था हमारे विपक्षी आप ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे दृष्टिकोण और काम को मान्यता दी है। बेदबी, ड्रग्स, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार और पंजाब के लोगों द्वारा सामना किए गए बिजली संकट जैसे मुद्दों मेरे द्वारा या आज के रूप में मैं 'पंजाब मॉडल' पेश करता हूं। यह स्पष्ट है कि वे जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है। बाद में एक अन्य पोस्ट में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कांग्रेस के पंजाब प्रतिद्वंद्वी के प्रति कटाक्ष के रूप में था।