भोपाल । राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में  लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी रूक-रूककर बारिश को दौर चलता रहा।  भोपाल, इंदौर, खरगोन, सीहोर, नर्मदापुरम और बैतूल समेत कई जिलों में ठंडी हवाओं के साथ रुक-रुककर हो रही बारिश से ठंड बढ़ गई। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा 3.32 इंच बारिश खरगोन जिले में दर्ज की गई। जबकि इंदौर में 2 इंच पानी गिरा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 3-4 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि ईरान के आसपास पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। वहीं, चक्रवाती घेरा और ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। प्रदेश के बीचों-बीच में चक्रवाती हवाओं का घेरा है। पूर्वी-पश्चिमी हवाओं का ठहराव भी है। इसके चलते ही प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और आंधी का दौर शुरू हो गया है, जो 30 नवंबर तक चलेगा।   30 नवंबर के बाद बारिश थमेगी। इसके बाद एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो रहा है। इसके चलते ही दिसंबर के पहले सप्ताह में कड़ाके सर्दी पडऩे के आसार नहीं है। भोपाल में रविवार रात  2 बजे शुरू हुआ हल्की बारिश रूक-रूककर  दिनभर चलता रहा ।  इससे अचानक ठंड के तेवर तीखे हो गए। दिन के पारे में 2.6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान 27.7 डिग्री दर्ज किया गया है। भोपाल में  रात से सोमवार सुबह 8.30 बजे तक भोपाल में 8.2 मिमी यानी 0.23 इंच पानी गिर चुका है।
-नवंबर में ऐसा ट्रेंड, इस बार भी असर
मौसम केंद्र, भोपाल के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के समाप्त होने के बाद मौसम सामान्यत:  शांत होता है। इस महीने आसमान साफ या हल्के बादलों से घिरा रहता है। हालांकि, अक्टूबर की तरह नवंबर में उमस नहीं होती। रात के तापमान में गिरावट होने लगती है। सुबह-शाम हल्की ठंडक भी रहती है। उत्तरी भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के गुजरने का असर भी भोपाल में देखने को मिलता है। 26 नवंबर, रविवार से वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर देखने को मिला। पूरे दिन बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलीं, जिससे दिन के टेम्प्रेचर में 2.6 डिग्री की गिरावट हुई और 27.7 डिग्री दर्ज किया गया।
-नवंबर में 10 साल में बादल छाए
2013 से 2022 में नवंबर में बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 2019 में 0.6 मिमी और 2020 में 0.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। बाकी सालों में बादल छाए रहे। इस बार बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में 10 साल में पहली बार नवंबर में 8.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। वर्ष 2013 से 2023 के बीच सिर्फ तीन साल बारिश हुई। वर्ष 2019 में 0.6 मिमी और 2020 में 0.2 मिमी बारिश हुई, जबकि इस बार कुछ ही घंटों में 8.2 मिमी बारिश हो गई।
-कहां-क्या हाल बारिश के
इंदौर में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। शहर के कई इलाकों में बूंदाबांदी होती रही। मौसम बदलने से ठंडक बढ़ गई है। इस सीजन में पहली बार दिन का पारा 24 डिग्री पर आ गया, जबकि रात का पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे (14.6) पर आ गया। पिछले 24 घंटे में 2 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। खंडवा में रविवार और सोमवार को हल्की बारिश होती रही। यहां अब तक डे? इंच बारिश दर्ज की गई है। बारिश के साथ ही ठंडी हवाएं चलती रही। जिससे मौसम सर्द हो गया। जिले के पुनासा क्षेत्र में दोपहर तक बारिश और बूंदाबांदी होती रही। ठंड ब?ने से बाजारों में सन्नाटा दिखा। नर्मदापुरम में सोमवार को सुबह 4 बजे से रुक-रुक कर बारिश होती रही। पिछले 8 घंटे में नर्मदापुरम में आधा इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। इससे वातावरण में भी ठंडक है। पचम?ी में सीजन की सबसे ठंडी रात रविवार-सोमवार की रही। यहां न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री दर्ज हुआ।