भोपाल । प्रदेश की राजधानी भोपाल व इंदौर के बाव अब ग्वालियर में भी मेट्रो चलाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए एलीवेटेड फ्लाई ओवर पर मेट्रो चलाने प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेजा गया है। हालांकि 2016-17 में भी शासन की ओर से ग्वालियर में मेट्रो चलाने के लिए प्लान बनाया गया था। लेकिन बाद में राज्य सरकार ने रद्द कर दिया था। इसके लिए शहर में फिजिबिलिटी सर्वे भी कराया गया था, इसमें मेट्रो रेल को ग्वालियर में चलाए जाने के लिए उपयुक्त नहीं मना गया था, लेकिन अब एलीवेटेड रोड की मंजूरी मिलने के बाद एलीवेटेड फ्लाई ओवर रोड पर मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए एक प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार इसके लिए जल्द ही ग्वालियर में टीम जाकर फिजिबिलिटी सर्वे करेगी। यदि सब कुछ अच्छा रहा तो जल्द ही ग्वालियर को मेट्रो की सौगात भी मिल जाएगी।
प्रोजेक्ट की लागत होगी दोगुना
फ्लाईओवर पर मेट्रे ट्रेन चलाने को स्वीकृति मिलती है तो प्रोजेक्ट की लागत करीब दो गुना तक पहुंच जाएगी। अभी ग्वालियर में बनने वाले एलीवेटेड लिए पीडब्ल्यूडी सेतु संभाग द्वारा ट्रिपल आइटीएम से फूलबाग तक 5.7 किमी दूरी पर करीब 446 करोड़ की डीपीआर तैयार की गई है और फूलबाग से एबी रोड तक 8 किमी रोड के लिए लगभग 600 करोड़ की डीपीआर तैयार की जा रही है। भेजे गए प्रस्ताव के बाद प्लानिंग में जुटे अधिकारियों द्वारा डीपीआर तैयारी के साथ ही एलीवेटेड रोड पर मेट्रो ट्रेन चलाने की प्लानिंग शुरू हो गई है और रोड के पिलरों को रेल के हिसाब से डिजाइन करने व लागत के अनुसार डीपीआर बदलने पर कार्य शुरू कर दिया गया है।
राशि आते ही शुरू होगी टेंडर प्रक्रिया
बता दें कि एलिवेटेड रोड को बनाने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 406 करोड़ रुपए और केंद्र सरकार ने भी एलीवेटेड रोड के निर्माण के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। वहीं लोक निर्माण विभाग ने 40 करोड़ रुपए की स्वीकृति के लिए राज्य सरकार के पास फाइल भेजी है। राशि आते ही जल्द ही एलीवेटेड के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।
14.7 किलोमीटर लंबा बनना है एलीवेटेड रोड
पहले चरण में लक्ष्मीबाई, हजीरा, सागरताल से होते हुए ट्रिपल आईटीएम तक एलीवेटेड रोड को सड़क के जरिए मुख्य मार्गों से जोड़ा जाएगा। वहीं दूसरे चरण में हनुमान बांध के ऊपर से होते हुए एलीवेटेड रोड सीधे गिरवाई से गुजर रहे हाइवे से जाकर मिलेगा। 14.7 किलोमीटर लंबे एलीवेटेड रोड पर लाईटिंग की व्यवस्था रहेगी और फोर लेन सड़क निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही मेट्रो की तर्ज पर निमार्ण कार्य किया जाएगा इसमें पिलर खड़े होते ही सड़क बिछाई जाएगी।