रायपुर । रेलवे मंडल टिकट चेकिंग स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। स्टाफ की कमी के चलते दुर्ग और रायपुर से बनकर जाने वाली ट्रेनों के कई कोचों में टिकट चेक नहीं हो पा रहे हैं। इससे एक तरफ जहां रेलवे को राजस्व का नुुकसान हो रहा है तो वहीं जांच ना होने वाले कोच में सफर कर रहे यात्रियों का आरएसी टिकट कंफर्म नहीं हो पा रहा है। टीटीई बर्थ में जांच करने नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिससे आरएसी टिकटधारी यात्रियों की टिकट कंफर्म नहीं हो पा रहा है। यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

शादी के सीजन में यात्रियों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रायपुर रेलवे मंडल से एक दिन में 12 ट्रेनें बनकर चलती हैं। कोरोना संक्रमण काल के दौरान एक ट्रेन में एक कंडक्टर तथा चार टीटीई चलते थे। इस दौरान कंडक्टर एसी कोच तथा शेष चार टीटीई पर तीन-तीन स्लीपर कोच की जांच का जिम्मा था। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के बाद रेलवे ने ट्रेनों का परिचालन तो शुरू कर दिया है, लेकिन टिकट चेकिंग स्टाफ में कटौती कर दिया है। वर्तमान में एक ट्रेन में एक अटेंडर और तीन टीटीई की ड्यूटी लगाई जा रही है। इस कारण अटेंडर एसी कोच तथा तीन टीटीई तीन-तीन कोच की जांच कर रहे हैं। बाकि कोचों की जांच नहीं हो पा रही है।