नई दिल्ली । 9-10 सितंबर को दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के नेता जी20 शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली में मौजूद रहने वाले हैं। जो इतिहास में पहली बार किसी भारतीय राष्ट्रपति के संरक्षण में आयोजित होगा। जबकि शिखर सम्मेलन निस्संदेह वैश्विक समुदाय के सामने आने वाले कई सबसे गंभीर मुद्दों को संबोधित करेगा। जी20 सम्मेलन के लिए सभी राष्ट्राध्यक्ष 8 सितंबर तक दिल्ली आ जाएंगे और 10 सितंबर को उनकी वापसी शुरू होगी। सम्मेलन 9-10 सितंबर को है। लेकिन भारत के करीबी मित्र रूस को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी20 की बैठक में शामिल होने के लिए भारत नहीं आ रहे हैं।
क्रेमलिन ने कहा कि पुतिन 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में फिजिकल रूप से शामिल होने की योजना नहीं बना रहे हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में पुतिन दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हुए क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) ने यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाकर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। दक्षिण अफ्रीका आईसीसी का एक हस्ताक्षरकर्ता है।
बता दें कि इसके पहले जब पुतिन से जी20 समिट में हिस्सा लेने को लेकर सवाल पूछा गया था, तब उन्होंने कहा था कि मुझे फिलहाल इस बारे में नहीं पता। मैंने इस लेकर अभी कुछ नहीं सोचा है। जिसके बाद से ही उनके दिल्ली दौरे को लेकर अनिश्चितता बरकरार थी। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद किसी भी पश्चिमी देशों के नेता से पुतिन की मुलाकात नहीं हुई है। लेकिन जी20 में पुतिन की उपस्थिति में उन्हें स्टेज शेयर करना पड़ सकता था। पुतिन की उपस्थिति से समिट का माहौल ही अलग होता।