हरिद्वार । उत्तराखंड के ऋषिकेश में देवभूमि रक्षा अभियान सदस्यों ने धार्मिक नारे लगाकर दो मजारों को ध्वस्त कर दिया। इतना ही नहीं, फेसबुक पर घटना की लाइव स्ट्रीमिंग भी की गई। 27 अगस्त को अपलोड किए कथित वीडियो में, एक व्यक्ति मजार की दीवारों पर हथौड़ा चलाते हुए कहता है, ऋषिकेश में इन मजारों को बख्शा नहीं जाएगा। ऋषिकेश ऋषियों की भूमि है, मजार भूमि नहीं। इस घटना को देखने वाले स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस टीम की मौजूदगी में जेसीबी मशीनों और हथौड़ों से दो मजारों को ध्वस्त कर इसके बाद नफरत फैलाने वाले भाषण दिए गए।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बाद में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (किसी भी पूजा स्थल या धार्मिक पूजा या समारोहों के प्रदर्शन में शामिल किसी भी सभा में अपराध करना) के तहत मामला दर्ज किया, हालांकि घटना में शामिल लोग वीडियो में दिखाई दे रहे हैं। देवभूमि रक्षा अभियान के प्रमुख दर्शन भारती ने बताया, हमें उस जमीन के मालिकों से उन्हें ध्वस्त करने की लिखित अनुमति मिली थी, जहां यह मजार बनी थीं। किसी ने उन्हें यह सोचकर गुमराह किया था कि मजारों को अनुमति देने से उनके घरों में समृद्धि आएगी।
एसपी (ग्रामीण) कमलेश उपाध्याय ने कहा, यह मजारें ऋषिकेश में अमित ग्राम, गुमानीवाला में निजी भूमि पर बनी थीं। जमीन मालिकों ने इन्हें हटाने की सहमति दी थी। लेकिन तोड़फोड़ करने वालों ने न पुलिस को इसकी सूचना दी और न ही पुलिस वहां मौजूद थी। घटनाक्रम से नाराज अल्पसंख्यक समुदाय के स्थानीय सदस्यों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।