डॉलर की तुलना में रुपया 1.97 फीसदी और इस साल अब तक 6.39 फीसदी कमजोर हुआ है। रुपये में कमजोरी की प्रमुख वजह विदेशी निवेशकों की घरेलू बाजार से पूंजी निकासी और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी है।डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट जारी है। बुधवार को 18 पैसे कमजोर होकर सार्वकालिक निचले स्तर 79.03 पर पहुंच गया। मामूली कमजोरी के साथ यह 78.86 पर खुलकर 79.05 तक चला गया था। मंगलवार को 48 पैसे कमजोर होकर यह सार्वकालिक निचले स्तर 78.85 पर बंद हुआ था।इस महीने डॉलर की तुलना में रुपया 1.97 फीसदी और इस साल अब तक 6.39 फीसदी कमजोर हुआ है। रुपये में कमजोरी की प्रमुख वजह विदेशी निवेशकों की घरेलू बाजार से पूंजी निकासी और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी है।रुपये में गिरावट से आयातकों को नुकसान होगा, जबकि निर्यातकों को फायदा होगा। किसी वस्तु का आयात करने पर हमें डॉलर में ज्यादा रुपया देना होगा। निर्यात में डॉलर के हिसाब से कारोबारियों को ज्यादा रुपया मिलेगा।