रियाद । बहुचर्चित सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद पहली बार सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अपनी यूरोप की यात्रा पर जाने वाली हैं। सऊदी मीडिया के मुताबिक बिन सलमान फ्रांस और ग्रीस की यात्रा पर जाएंगे। सऊदी स्थित इस्तांबुल के वाणिज्य दूतावास में सरकारी एजेंटों द्वारा वर्ष 2018 में की गई खशोगी की हत्या के बाद से ही क्राउन प्रिंस की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना की जा रही है। यूरोप भी इस कृत्य के मुखर आलोचकों में से एक रहा है।
बिन सलमान फ्रांस और ग्रीस के नेताओं के साथ द्विपक्षीय संबंधों और विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा करेंगे। बिन सलमान की यूरोप यात्रा से पहले जो बाइडन ने जेद्दा का दौरा किया था। इस यात्रा में सऊदी अरब ने अपना एयरस्पेस इजराइल जाने वाले नागरिक विमानों के लिए खोलने की घोषणा की थी। माना जाता है कि बिन सलमान अपनी रूढ़िवादी परम्पराओं को त्यागने में संकोच नहीं करते हैं।
खाशोगी के हत्या बाद अलग थलग पड़े प्रिंस मोहम्मद का यूरोप जाना एक बेहद प्रतीकात्मक कदम है। बिन मोहम्मद अब विश्व के नेताओं के साथ मिलकर खशोगी पर सबको मनाने का प्रयास कर रहे हैं।
पत्रकार की हत्या को लेकर तुर्की अभी तक खुलकर सऊदी अरब की आलोचना करता था, लेकिन अब एर्दोगन ने अपने रुख में बदलाव कर लिया है। तुर्की ने पत्रकार की हत्या के मुक़दमे को अपने देश में बंद कर दिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद बढ़े तेल के दामों के बाद अमेरिका और यूरोप ने सऊदी पर अधिक तेल निकालने का दबाव बनाया है। तेल की कीमतों में आई बढ़ोतरी के कारण अमेरिका में महंगाई 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। मिड टर्म चुनावों को देखते हुए बाइडेन ने सऊदी प्रिंस पर तेल की कीमतों को घटाने का दबाव बनाया है। यूरोप में भी तेल की कीमतों को लेकर चर्चा हो सकती है ।