एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन में हमारा स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा है। लोकसभा चुनाव में एनसीपी में 10 में आठ सीटों पर जीत हासिल की है। मगर एनसीपी इस तरह की रैकिंग में भरोसा नहीं करती। उन्होंने कहा कि गठबंधन में कोई एकतरफा नहीं है। विधानसभा चुनाव भी गठबंधन के दल मिलकर लड़ेंगे और महाराष्ट्र के लोगों को विकल्प देंगे। पुण के शिरूर से सांसद अमोल कोल्हे के आवास पर पहुंचे एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने महायुति सरकार पर लोगों की समस्याएं न सुनने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) का प्रदर्शन शानदार रहा। एमवीए ने राज्य में 48 में से 30 सीटें जीतीं। विधानसभा चुनाव में जो भी मुद्दे हमारे सामने आएंगे, उन्हें हम मिलकर हल करेंगे। शरद पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जिन्होंने हमारे लिए काम किया, उनके हितों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। महायुति सरकार ने लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं किया। हम विधानसभा में वापसी करना चाहते हैं।  सीट बंटवारे को लेकर पवार ने कहा कि हर दल अधिक से अधिक सीटों की मांग करता है। मगर महत्वपूर्ण यह है कि हम उन सीटों पर चुनाव लड़ें जो हम जीत सकते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक सीट जीती, जबकि एनसीपी ने चार सीटों पर जीत हासिल की थी। पांच साल बाद महाराष्ट्र के लोगों ने गठबंधन को 31 सीटें दी हैं। महाराष्ट्र चुनाव आयोग के तुरहा चुनाव चिह्न हटाने के आदेश को लेकर उन्होंने कहा कि आयोग के फैसले का स्वागत करता हूं। लेकिन यह फैसला महाराष्ट्र तक ही सीमित है। उम्मीद है इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाएगा। बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद एनसीपी ने एक जैसे दिखने वाले तुरहा और तुरही चिह्न को हटाने की चुनाव आयोग से मांग की थी। वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर एनसीपी ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत एनसीपी ने सत्ताधारी महायुति के काले कामों पर एक पुस्तक का विमोचन किया है। साथ ही राज्यव्यापी घोषणा पत्र के तहत काम शुरू कर दिया है।