भारत की आर्थिक वृद्धि दर मौजूदा वित्त वर्ष में 7.3 फीसदी रहेगी। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट जारी कर वित्त वर्ष 23 के लिए भारत के विकास अनुमान को संशोधित करते हुए 7.8 फीसदी से घटाकर 7.3 फीसदी कर दिया है।अपने ग्लोबल मैक्रो अपडेट टू ग्रोथ फोरकास्ट में, एसएंडपी की ओर से कहा गया कि देश में महंगाई लंबे समय तक उच्च स्तर पर बनी रहना एक बड़ी चिंता का विषय है, जिसके लिए केंद्रीय बैंकों को दरों में और ज्यादा इजाफा करने की आवश्यकता है। जहां एक ओर विश्व बैंक ने अप्रैल में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद के पूर्वानुमान को 8.7 प्रतिशत से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया था, वहीं आईएमएफ ने अनुमानों को 9 प्रतिशत से घटाकर 8.2 प्रतिशत कर दिया था। इसके अलावा एशियाई विकास बैंक  ने भारत की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जबकि आरबीआई ने अपने पूर्वानुमान को 7.8 प्रतिशत से घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था।