इस साल के अंत तक लागत को घटाने के लिए 50,000 और लोगों को नौकरी से निकाला जा सकता है। यही नहीं, कई सारे यूनिकॉर्न जैसे ओला आदि भी इसी तरह का काम कर रहे हैं। देश में इस साल स्टार्टअप का हाल बुरा है। इस क्षेत्र से 12,000 लोग बेरोजगार हो गए हैं। हालांकि यह केवल भारत का ही मामला नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में 22,000 लोग बेरोजगार हुए हैं। इसमें से 60 फीसदी से ज्यादा भारत से हैं। दरअसल फंडिंग की कमी और कारोबार में फायदा नहीं होने की वजह से स्टार्टअप के  हालात खराब हैं। यही कारण है कि लागत घटाने के लिए कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। ऐसा अनुमान है कि इस साल के अंत तक एडटेक और स्टार्टअप में 60,000 लोगों की नौकरी जा सकती है। सबसे ज्यादा प्रभावित होनेवाली कंपनियों में एडटेक क्षेत्र की हैं। इसमें बायजू, अनअकादमी, वेदांतू, कार्स 24, एमपीएल, लिडो लर्निंग, ट्रेल, फारआई और अन्य हैं। विश्लेषकों का कहना है कि इस साल के अंत तक लागत को घटाने के लिए 50,000 और लोगों को नौकरी से निकाला जा सकता है। यही नहीं, कई सारे यूनिकॉर्न जैसे ओला आदि भी इसी तरह का काम कर रहे हैं।