चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना जाता है। इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र ग्रंथ में पिरोया है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है।

चाणक्य ने मनुष्य जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियों का निर्माण किया है।

मान्यता है कि इनकी नीतियों को अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में उतार लेता है तो उसका पूरा जीवन सरल और सफल हो जाता है। चाणक्य ने अपनी नीतियों के द्वारा बताया है कि कौन से लोग समय से पहले बुढ़े हो जाते है। तो आज हम आपको इसी विषय पर बता रहे है।

चाणक्य की नीति कहती है कि जो मनुष्य हमेशा यात्रा करते हैं। वे नियमित न होने के कारण जल्द ही बुढ़ापे का शिकार हो जाते है। क्योंकि यात्रा की थकान और अव्यवस्थि​त खान पान व्यक्ति के शरीर पर विपरीत प्रभाव डालती है।

चाणक्य नीति अनुसार घोड़ा स्वच्छंद विचरण करने वाला होता है जिस कारण वह जल्द बूढ़ा नहीं होता है लेकिन अगर मनुष्य ने घोड़े को पालतू बना लिया है और उसे हमेशा ही बांधकर रखता है तो वह समय से पहले ही बूढ़ा हो जाता है। क्योंकि ये घोड़े के शारीरिक प्रकृति के प्रतिकूल है। चाणक्य नीति कहती है कि अगर पति अपनी पत्नी को शारीरिक सुख नहीं दे पा रहा है या ​वो संतुष्ट नहीं है तो ऐसे में पत्नी समय से पहले ही बूढ़ी हो जाती है।