भोपाल । प्रदेश के अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक मानव सेवी गुरु कृष्णा मिश्रा भोपाल की सेंट्रल जेल में रूप चौदस (मुक्ति दिवस) 23 अक्टूबर को महिला बंदियों को काम, क्रोध रूपी नरकासुर के वध का संकल्प दिलाएंगे। भोपाल की सेंट्रल जेल में कृष्णा गुरु सोशल वेलफेयर सोसायटी के योग गुरु कृष्णा मिश्रा गुरुजी का महिला बंदियों के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। कृष्णा मिश्रा ने बताया कि रूप चौदस को भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी असुर नरकासुर का वध किया था और उसकी कैद से सोलह हजार एक सौ कन्याओं को मुक्त कराया था। उन्होंने कहा कि यह नरकासुर आज में काम, क्रोध और ईष्या के विकार के रूप में आज भी जिंदा है। इसी वजह से कई महिलाएं आज जेल में है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में महिला बंदियों को काम, क्रोध, ईष्या रूपी नरकासुर का वध का संकल्प दिलाया जाएगा। ताकि उनको दोबारा जेल ना आना पड़े। इस अवसर पर महिलाओं को सौंदर्य प्रसाधन का सामान वितरण कर दीपावली के रूप चौदस का संदेश एवं दीपावली उत्सव मनाया जाएगा।
कृष्णा मिश्रा गुरुजी ने बताया कि उनका उद्देश्य त्यौहारों को लेकर लोगों को मानवीय संदेश देना है। जिससे सभी जाति धर्म के लोग आपस में जुड़े। कृष्णा गुरुजी एक सामाजिक कार्यकर्ता और योग शिक्षक है। मिश्रा ने 2020 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ट्रांसजेंडर समुदाय के साथ योग सत्र आयोजित किया था। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान एक सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया। इसके अलावा मिश्रा ने उज्जैन में वर्षों से लावारिस अस्थियों का अंतिम संस्कार किया। मिश्रा पिछले 7 साल से हर वर्ष 11 अगस्त को सर्व प्रार्थना दिवस का आयोजन करते आ रहे है। इसमें हर वर्ग और धर्म के लोग मानव जाति के कल्याण के अपने अपने अनुसार प्रार्थना करते है। पिछले साल उन्होंने अमेरिका के सिएटल शहर में सर्व प्रार्थना दिवस कार्यक्रम किया।