मतदाताओं की चुप्पी ने राजनीतिक पार्टियों की बढ़ाई बेचैनी


भोपाल।  मप्र में 17 नवंबर को मतदान होना है। यानी चुनाव प्रचार को अब मात्र 12 दिन बचे हैं। लेकिन विधानसभा क्षेत्रों में अभी तक चुनावी रंग नजर रही आ रहा है। इसकी वजह है की मतदाताओं ने चुप्पी साध रखी है। मतदाताओं की चुप्पी ने राजनीतिक पार्टियों की बेचैनी बढ़ा दी है। खासकर सत्तारूढ़ भाजपा की। पार्टी लगातार सभाएं और रैली कर रही है, लेकिन मतदाताओं में वह उत्साह नहीं दिख रहा है, जो पूर्व के चुनावों में नजर आता था।
मतदाताओं की चुप्पी ने राजनीतिक दलों के जानकारों को चौंका दिया है। चुनाव किस करवट बैठे मतदाता किसकी बयार में बहेगा, इसका आंकलन लोग नहीं कर पा रहे हैं। इससे प्रत्याशियों के साथ ही पार्टियां भी बेचैन हैं। पिछले कई चुनावों की तरह इस चुनाव में अभी तक चैक-चौराहों व चाय पान की दुकानों पर प्रत्याशियों का आकलन व हार जीत के दावे भी अभी तक शुरू नहीं हुए है। मतदाताओं की उदासीनता से प्रत्याशियों के चेहरे पर चिता की लकीरें खींच जा रही हैं। वोटर दबी जुबान कहते हैं कि इस बार सोच-समझ कर वोट डालना है। वोट बर्बाद नहीं करना है। वोट देने के सवाल पर चुप्पी तोड़ते हुए कहते हैं कि इस बार मतदाताओं का आकलन करना इतना आसान नहीं होगा। हां चुनाव से एक दिन पहले निर्णय जरूर हो जाएगा।


कांग्रेस का महा जनसंपर्क अभियान आज से
उधर, कांग्रेस शुक्रवार से महा जनसंपर्क अभियान शुरू करने जा रही है। अगले 15 दिनों में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की 18 सभाएं होंगी। भोपाल और जबलपुर पश्चिम में राहुल गांधी पदयात्रा भी करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य 125+ सीटें जीतने का है। महा जनसंपर्क के दौरान 230 विधानसभाओं को कवर किया जाएगा। इस दौरान सभाएं, रैलियां और पदयात्रा करेंगे।


कमलनाथ की 70, दिग्विजय की 60 रैलियां
पीसीसी चीफ कमलनाथ इन 15 दिनों में 70 रैलियों में शामिल होंगे। दिग्विजय सिंह 60 रैलियों को संबोधित करेंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला 30 रैलियों में शामिल होंगे। 11 और 12 नवंबर को दिवाली के कारण कार्यक्रम नहीं होंगे। इनके अलावा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव, सुरेश पचौरी, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, अजय सिंह राहुल, कांतिलाल भूरिया, उमंग सिंघार, ओंकार सिंह मरकाम, विजय लक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा भी 230 विधानसभाओं को कवर करेंगे।