छत्तीसगढ़ का मौसम एक बार फिर बदला और रविवार की रात कई जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने सोमवार व मंगलवार दो दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश व ओलावृष्टि की संभावना व्यक्त की है। मौसम में आए बदलाव के बाद ठंडी हवाओं से तापमान में भी अंतर आया। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कबीरधाम, बेमेतरा, बिलासपुर जिलों में बारिश हुई। वहीं कुछ कुछ जगहों पर गरज के साथ छींटे भी पड़े हैं। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से लगे मंडला जिले के इलाके में भी रविवार को बारिश हुई और वहीं ठंडी हवाएं चली। बीते दिनों कवर्धा व सरगुजा इलाकों में जमकर बारिश होने के साथ ओले गिरे थे।

मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि उत्तर पूर्व राजस्थान के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश होते हुए मराठवाड़ा तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। 10 जनवरी को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश के सरगुजा संभाग बिलासपुर, दुर्ग संभाग के उत्तरी भाग और रायपुर संभाग के उत्तरी भाग में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि भी संभावित है। अधिकतम तापमान में गिरावट होने की भी संभावना है। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर सावधानी बरतने कहा है। 

किसानों की फसल खराब होने की आशंका- मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के कई जिलों में सोमवार को ओले गिरने की संभावना है। प्रदेश के सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, पेण्ड्रा, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर, मुंगेली, कबीरधाम, बेमेतरा, बलौदाबाजार, राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर तथा महासमुंद और उससे लगे जिलों में एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है। इधर बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बादल छाए रहने से चना, तिवरा, अरहर (ओन्हारी फसल) में कीट प्रकोप की समस्या बढ़ गई है। इधर बारिश से सहकारी समितियों में धान को सुरक्षित रखने की चिंता सताने लगी है।