जी20 के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे. गाजे बाजे के साथ पार्टी के कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेतागण भी आए थे. जी20 के सफ़ल आयोजन के लिए बधाई दी गई, प्रधानमंत्री ने भी सभी के अभिवादनों को स्वीकार किया.
इसके बाद वो काम भी हुआ जिसके लिए वो पार्टी ऑफ़िस पहुंचे थे. आगामी राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई. केंद्रिय चुनाव समिति की बैठक में भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे. करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में मध्यप्रदेश की 39 सीटों और छत्तीसगढ़ की 21 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई, ये वो सीटें हैं, जहां बीजेपी के मौजूदा विधायक नहीं हैं. और क्या तय हुआ इस मीटिंग में, मीटिंग के पहले हमने देखा पार्टी कार्यालय में प्रधानमंत्री का शानदार स्वागत किया गया, जी20 के आयोजन के लिए बधाई दी गई. क्या भाजपा राज्यों के चुनाव में इसे अपनी एक सफ़लता के तौर पर भुनाने की कोशिश करेगी? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
आज से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय समिति की तीन दिनों की सालाना बैठक शुरू होगी. महाराष्ट्र के पुणे में होने वाली इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के भी किसी एक दिन आने के कयास हैं. RSS की 36 सहियोगी संगठनों के 266 पदाधिकारी इसका हिस्सा होंगे. बताया जा रहा है कि इस बैठक में राम मंदिर सहित देश और समाज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी. प्रत्येक संगठन अपने कार्यों की जानकारी देंगे और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की जाएगी.
हर साल होने वाली आरएसएस की ये बैठक अबकी बार इसलिए भी अहम है क्योंकि अगले साल लोकसभा के चुनाव होने हैं. ये माना जा रहा है कि बैठक में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश भर में कैसे माहौल बनाया जाए इस पर भी बात हो सकती है और इस बार का बैठक क्यों ख़ास है? साल यही महीना था जब टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरपर्सन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी. उसके बाद से रोड सेफ़्टी पर ख़ूब बातें हुईं, इसी कड़ी में सड़क परिवाहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा था कि 2023 अक्टूबर से बिकने वाली गाड़ियों में 6 एयर बैग लगवाना अनिवार्य होगा. नितिन गडकरी अपनी इस बात पर लंबे समय टिके हुए भी थे, लेकिन कल अचानक उनका एक दूसरा बयान आता है जिसमें वो कहते हैं कि गाड़ियों में 6 एयर बैग लगाना कंपलसरी नहीं होगा. भारत में पहले से सुरक्षा से जुड़े जो नियम हैं, वो जान बचाने के लिए पर्याप्त हैं, ये नियम क्या हैं जिसका हवाला देकर नितिन गडकरी ने अपना स्टैंड बदल लिया और क्या ये काफ़ी हैं.