इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि अगर बाढ़ पीड़ितों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया तो वह पाकिस्तान सरकार से इस्तीफा दे देंगे। विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपनी ही सरकार को धमकी दी है। उनके इस ऐलान के बाद शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। बिलावल भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष हैं। ऐसे में उनके इस्तीफे से पाकिस्तान सरकार का अल्पमत में आना तय है। वहीं इमरान खान ने अपनी गिरफ्तारी की कोशिशों के बाद पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आर-पार का मोर्चा खोल दिया है। हालात इतने गंभीर हैं कि उनको गिरफ्तार करने लाहौर पहुंची पुलिस को भारी विरोध के कारण खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
सिंध के कराची में आयोजित एक प्रोग्राम में बिलावल ने डिजिटल जनगणना के संचालन के तरीके पर भी आपत्ति जताई। बिलावल ने कहा कि यह अस्वीकार्य है कि एक प्रांत में चुनाव एक अलग जनगणना के आधार पर होता है, जबकि दूसरे प्रांतों में अलग तरह की जनगणना से। सिंध में इस समय बिलावल की पार्टी पीपीपी की सरकार है।
बिलावल ने इस कार्यक्रम में प्रांतीय बजट से बेनजीर आय सहायता कार्यक्रम को 8.39 बिलियन रुपये ट्रांसफर किए। इस पैसे से 12 एकड़ तक से कम कृषि भूमि वाले प्रत्येक छोटे उत्पादक को 5 हजार रुपये प्रति एकड़ सहायता दी जाएगी। सिंध में सब्सिडी कार्यक्रम के माध्यम से बाढ़ प्रभावित किसानों को राहत प्रदान करने के लिए 13.5 बिलियन रुपये की आवश्यकता है। ऐसे में बिलावल ने बाकी पैसों के लिए केंद्र की शहबाज सरकार से मदद करने को कहा। उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे को देश की नेशनल असेंबली में उठाएंगे।