खरगोन ।   गत 10 अप्रैल को हुए उपद्रव के बाद लगे कर्फ्यू की पाबंदियों के चलते मंगलवार को पूरी तरह कर्फ्यू लागू किया गया। अक्षय तृतीया, भगवान परशुराम प्रकट उत्सव और ईद एक साथ होने से पूरे शहर में और मुख्य रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बल तैनात किया गया है। मुस्लिम समाजजनों ने ईद की नमाज अपने घरों पर अदा की और हिंदू धर्मावलंबियों ने अक्षय तृतीया व भगवान परशुराम प्रकट उत्सव के धार्मिक अनुष्ठान भी अपने घरों पर ही किए। अलसुबह से ही पुलिस व जिला प्रशासन के वाहन शहर भर में गली गली घूम कर कर्फ्यू के प्रतिबंधों का पालन करने की अपील कर रहे हैं। वही इंदौर संभाग आयुक्त डा. पवन शर्मा और आईजी राकेश गुप्ता सर्किट हाउस में बैठकर शहर की गतिविधियों की जानकारी ले रहे हैं। अधिकारियों ने सुबह कुछ देर शहर में भ्रमण भी किया।

इंटरनेट मीडिया पर चर्चित रहा सोमवार का दिन

मंगलवार को कर्फ्यू में ढील दी जाएगी या पूरा दिन बंद रहेगा, इसे लेकर सोमवार को सुबह से पुलिस प्रशासन को खासी मशक्कत करना पड़ी। शांति समिति की दोनों समुदाय की अलग-अलग बैठक आयोजित की गई। अधिकारियों ने मंथन किया और उसके बाद रात करीब 9:30 बजे तक इंदौर के अधिकारी और जिला मुख्यालय के अधिकारी यह तय करने में जुटे रहे की ढील दे या पूरी तरह कर्फ्यू रखें। आखिर देर रात को शहर में मंगलवार को पूरी तरह कर्फ्यू रखने का निर्णय लिया गया। इसे लेकर इंटरनेट मीडिया पर खांसी चर्चाएं चली। यहां तक कि शांति समिति के सदस्यों ने मंगलवार को ढील दिए जाने की स्थिति में समिति से एक साथ त्यागपत्र दिए जाने की पोस्ट भी वायरल की।