उत्तर प्रदेश  के विधानसभा चुनाव 2022  में प्रचंड जीत के बाद BJP ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. वहीं, राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. गोरखपुर से विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने यह इस्तीफा विधान परिषद सभापति को भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. विधान परिषद के प्रमुख सचिव राजेश सिंह की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक कहा गया है कि विधान परिषद में योगी आदित्यनाथ का पद 22 मार्च से खाली माना जाएगा. CM योगी सितंबर 2017 में विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हुए थे.

दरअसल, यूपी के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. गोरखपुर से विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा विधान परिषद सभापति को भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. हालांकि, विधान परिषद के प्रमुख सचिव राजेश सिंह की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि विधान परिषद में योगी आदित्यनाथ का पद 22 मार्च से रिक्त माना जाएगा.