भोपाल । कांग्रेस से जुड़ा मोर्चा संगठन युवा कांग्रेस लंबे समय से सक्रिय नहीं है। ऐसे में संगठन में जान फूंकने के लिए प्रदेशाध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने आंदोलन की रणनीति बनाई है। बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे को लेकर यह आंदोलन जिला मुख्यालय पर होगा। इसको लेकर कार्यक्रम जल्द ही जारी होगा।
विधानसभा चुनाव के चलते यह वर्ष राजनीतिक दलों के लिए अति महत्वपूर्ण है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के हाथ से गई सत्ता फिर से आ जाए, यह सपना तो देखा जा रहा रहा है, लेकिन कांग्रेस के मोर्चा संगठनों में इस सपने को पूरा करने को लेकर कोई हलचल नहीं है। एनएसयूआई के जहां चुनाव अटके पड़े हैं वहीं युवा, महिला कांग्रेस, सेवादल और अन्य विभाग सहित प्रकोष्ठ के पदाधिकारी भी सक्रिय नहीं हैं। ऐसे में प्रदेशाध्यक्ष डॉ. भूरिया ने युवा कांग्रेस को सक्रिय कर संगठन में जान फूंकने के लिए आंदोलन की रणनीति बनाई है, ताकि संगठनात्मक गतिविधियों को लेकर लंबे समय से निष्क्रय बने जिला और शहर के अध्यक्षों को सक्रिय किया जा सके। सक्रिय न रहने वाले अध्यक्षों में इंदौर शहर और ग्रामीण भी शामिल हैं। युवा कांग्रेस अप्रैल या फिर मई में बेरोजगारी और महंगाई को लेकर प्रदर्शन करेगी। इसको लेकर जल्द ही कार्यक्रम जारी होने के साथ युवा कांग्रेस पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
गौरतलब है कि मिशन 2023 में कांग्रेस फतह हासिल कर मध्य प्रदेश में फिर से सरकार बनाए इस प्रयास में प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ और चुनावी माहौल बनाने में प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल लगे हैं। पिछले दिनों भोपाल में सभी मोर्चा संगठन सेवादल, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, अल्पसंख्यक विभाग, किसान एवं खेत मजदूर विभाग, अनुसूचित जाति विभाग, पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जनजाति विभाग के प्रदेशाध्यक्षों सहित अन्य पदाधिकारियों को तलब किया था। प्रदेश प्रभारी अग्रवाल ने सभी मोर्चा संगठन प्रदेशाध्यक्षों को जिला और शहर अध्यक्षों की नियुक्ति करने के साथ अपनी अधूरी कार्यकारिणी को बनाने के आदेश दिए थे, जिसे प्रदेशाध्यक्षों ने ताक पर रख दिया है।