छिन्दवाड़ा:- सार्वजनिक मंचों व विज्ञप्तियों के माध्यम से स्वयं को जनसेवक बताने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदैव छिन्दवाड़ा के साथ सौतेला व्यवहार किया है और उसकी मुख्य वजह यही है कि सम्पूर्ण म.प्र. में छिन्दवाड़ा से श्री कमलनाथ के रूप में एक नया मुख्यमंत्री म.प्र. को दिया। अपने अल्प कार्यकाल में ही श्री कमलनाथ ने सम्पूर्ण म.प्र. के नवनिर्माण व सर्वांगीण विकास से प्रदेशवासियों को अवगत करा दिया था कि म.प्र. देश में पहले नम्बर का राज्य बनेगा। इस घबराहट से दहशत में आई भाजपा ने अपने षड्यंत्रकारी नीतियों से कांग्रेस की सरकार गिराई और साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने बढ़ते छिन्दवाड़ा के साथ सौतेला व्यवहार कर यहां की सभी विकास योजनाओं को न केवल ठण्डे बस्ते में डाल दिया बल्कि कई महत्वकांक्षी योजनाओं को निरस्त भी कर दिया है।

राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को आरोपित करते हुये कहा कि छिन्दवाड़ा जिले के विकास के लिये बनाई गई योजनाओं को शिवराज सिंह चौहान ने जानबूझकर निरस्त किया है। जिनमें

. छिन्दवाड़ा मेडिकल कॉलेज- पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय में एक ऐसे सुपर स्पेशलिटी मेडिकल कॉलेज की स्थापना का संकल्प लिया था। जिसमें उपचार हेतु न केवल छिन्दवाड़ा बल्कि अन्य जिले व अन्य प्रदेशों के मरीज उपचार हेतु छिन्दवाड़ा आते, परन्तु भाजपा ने अपनी दोगली नीतियों के चलते 12 सौ 50 बिस्तर वाले इस मेडिकल कॉलेज को लगभग आधा कर दिया है। 14 सौ 55 करोड़ 33 लाख रुपयों से निर्मित होने वाला यह मेडिकल कॉलेज अब मात्र 6 सौ 65 करोड़ की लागत से निर्मित होगा। इस अस्पताल में न तो हृदय रोगियों का उपचार हो सकेगा और न ही कैंसर से सम्बंधित मरीज इलाज पा सकेंगे।

. मानव सेवा को समर्पित श्री कमलनाथ व श्री नकुलनाथ ने सदैव मरीजों की सेवा में व्यक्तिगत तौर पर हमेशा मदद दी है। सर्वविदित है कि श्री नकुलनाथ जी के दादा एवं श्री कमलनाथ जी के पिता स्व. श्री महेन्द्रनाथ की स्मृति में नाथ परिवार ने ब्लड बैंक के लिये 50 लाख एवं करोड़ों रुपए की एमआरआई मशीन सहित कोरोना काल में 500 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराये। इसके अतिरिक्त 4 निजी चिकित्सालयों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाये।

. आदिवासी बाहुल्य अंचल अमरवाड़ा में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना और जिले के हर अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध कराना यह नाथ परिवार की सोच ही रही है।

. सांसद नकुलनाथ की जिद और तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रयासों से व अधूरा सपना साकार हुआ जिसका दशकों से सभी को इंतजार था। नाथ पिता-पुत्र के प्रयासों से छिन्दवाड़ा विश्वविद्यालय बना। परन्तु भाजपा सरकार ने यहां भी रोड़ेें पैदा कर इसे बढऩे नहीं दिया। श्री कमलनाथ ने छिन्दवाड़ा में एग्रीकल्चर एवं हार्टिकल्चर कॉलेज की स्थापना की मंजूरी दिलाई। हार्टिकल्चर कॉलेज के लिये 150 हेक्टेयर जमीन के साथ 146 करोड़ की मंजूरी दी भाजपा ने अधर में अटका दिया। कमलनाथ जी ने अपने छिन्दवाड़ा में करोड़ों रुपयों के व्यय से ऑडिटोरियम, स्विमिंग पुल, हॉकर्स जोन, तीन नये मोक्षधाम, लेफ्ट टर्न व भारतादेव तथा धरमटेकड़ी सहित अन्य पार्कों के निर्माण व उन्नयन का नक्शा बनाया। परन्तु शिवराज सरकार ने इसे मिटा दिया।
.अधूरा रह गया फुटबॉल एकेडमी का सपना- अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में श्री कमलनाथ ने प्रदेश में मॉडल जिले के रूप में चर्चित अपने छिन्दवाड़ा में राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल एकेडमी की स्थापना की योजना बनाई थी। इसके साथ ही साथ जिले में करोड़ों रुपयों की लागत से नई सड़कों के निर्माण व लगभग 7 सौ 14 करोड़ों रुपयों की लागत से 2 नये फ्लाईओवर का मॉडल बनाया था। परन्तु शिवराज के राज में ये भी ना हो सका।

.सिंचाई कॉम्प्लेक्स स्वाह- जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिये 5471 करोड़ रुपये की लागत से कन्हान सिंचाई कॉम्प्लेक्स का निर्माण होना था, परन्तु शिवराज की भाजपा सरकार की काली नजर इस पर भी पड़ी और यह परियोजना निरस्त कर दी गई। इसी तरह 224 करोड़ रुपयों की लागत से अत्याधुनिक सेंट्रल जेल का निर्माण होना था, यह मामला भी अब अधर में है।
 
हवाई सेवा ध्वस्त-

छिन्दवाड़ा नगर से अन्य नगरों के लिये हवाई सेवाओं के साथ ही छिन्दवाड़ा से जबलपुर, भोपाल, इन्दौर के लिये वॉल्वो बसों के संचालन की स्वीकृति मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दी थी। अपने सौतेले व्यवहार के कारण शिवराज  सरकार ने इसे भी टोकरी में डाल दिया।

अन्य योजनायें-
सांसद श्री नकुलनाथ के संकल्प के अनुसार मां नर्मदा का पवित्र जल छिन्दवाड़ा लाये जाने के साथ ही पांढुर्ना नगर को पेयजल संकट से मुक्ति दिलाने तथा गोवंश के संरक्षण के लिये गौशालाओं का निर्माण श्री कमलनाथ का सपना रहा। परन्तु यह भी अधर में पड़ गया है।

बैंड इंस्टीट्यूट की स्थापना-
श्री कमलनाथ ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भरतादेव में तितली पार्क सहित प्रदेश में छिन्दवाड़ा में पहले बैंड इंस्टीट्यूट की स्थापना के साथ ही  एचडीपीई बैग के निर्माण तथा किसान भाइयों को 10 घंटे से ज्यादा बिजली, उद्यानिकी फसलों के लिये बेरोजगारों को शासकीय भूमि, स्टाम्प ड्यूटी में 20 प्रतिशत की कमी सहित अनेकों जनहित की योजनायें निर्मित की परन्तु शिवराज सरकार ने इसे भी ध्वस्त कर दिया।

आदिवासियों पर किया अत्याचार-

अमर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बादल भोई के संग्रहालय के उन्नयन के साथ ही आदिवासी विकासखण्डों में बालक बालिका के जन्म पर 50 किलो व आदिवासी परिवार में मृत्यु होने पर 100 किलो अनाज मुफ्त दिये जाने की योजना कमलनाथ सरकार की थी। साथ ही प्रदेश में पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश, निजी क्षेत्र में युवाओं को रोजगार व सामाजिक सुरक्षा पेंशन 300 से बढ़ाकर 600 तथा आगामी समय में इसे 1000 रुपये तक किये जाने की योजना के साथ ही साथ कन्या विवाह योजना में 25 हजाररुपये की राशि को बढ़ाकर 51 हजार रुपये प्रदान किया जाना श्री कमलनाथ जी की सोच रही है।

छिन्दवाड़ा में श्रमोदय विद्यालय की स्थापना तथा चांदामेटा में श्रमिक आईटीआई की स्थापना का निरस्त होना मुख्यमंत्री शिवराज के सौतेले व्यवहार का सबसे बड़ा प्रमाण है।

इतना ही नहीं विगत माह छिन्दवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भाजीपानी कला की 51 भांजियां दुल्हन बनकर अपने घर में ही बैठी रह गई। परन्तु शिवराज मामा ने उनके आंसुओं की चिंता नहीं की। बस मंचों यह दोहराते रहे मेरी बहनों, मेरी भांजियों तुम्हारा मामा अभी जिन्दा है।

भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह इमोशनल अत्याचार अब जिले व प्रदेश की जनता समझ चुकी है। विशेषकर छिन्दवाड़ा को लेकर इनके द्वारा किये गये सौतेले व्यवहार ने जिले के विकास के मार्ग में बाधाएं जरूर पैदा की है परन्तु जिले की जनता इनकी हर चालों को समझ चुकी है तथा छिन्दवाड़ा के साथ किये गये इस सौतेले व्यवहार को मुंह तोड़ जवाब देने के लिये भी तैयार है और निश्चित ही आने वाला कल जिले व प्रदेश के उद्धार के लिये श्री कमलनाथ सरकार का होगा। इस पर सभी को विश्वास है। आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान पहले भी कई घोषणाएं कर चुके हैं, इनमें से कितनी घोषणाएं पूरी हुई आप सभी अच्छी तरह जानते हैं। मेडिकल कॉलेज से लेकर छिंदवाड़ा के विकास में बाधा डालने वाले आज छिंदवाड़ा आकर विकास की बात करते हैं। शिवराज सिंह चौहान को अगर शहीद के सम्मान की इतनी ही चिंता रही होती तो वे पहले शहीद के घर पहुंचते फिर सभा को सम्बोधित करते। वे सभा को सम्बोधित करने के उपरांत शहीद के घर पहुंचे हैं, यह पूरा ढोंग है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद तिवारी ने कहा कि आज खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है। नगर निगम के कर्मचारी पोस्टर लगाकर मुख्यमंत्री का स्वागत कर रहे हैं, शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। वार्ड मोहर्रिर के हाथों से पर्ची बंटवाई जा रही है। नगरीय निकाय चुनाव के प्रभारी नरेश शराफ ने सम्बोधित करते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान को आज विकास करने की याद आ रही है। विगत सालों में उन्होंने कभी छिन्दवाड़ा के विकास पर ध्यान नहीं दिया। नगरीय निकाय चुनाव के सामने आते ही उन्हें विकास कार्यों की क्यों याद आ रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आदिवासी नेता रामू टेकाम उपस्थित रहे।  


नारनवरे ने दिया कांग्रेस को दिया समर्थन
छिन्दवाड़ा:- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ एवं सांसद श्री नकुलनाथ के विकास कार्यों से प्रभावित होकर नगरीय निकाय चुनाव में वार्ड क्रमांक 47 से पार्षद पद के प्रत्याशी ने नेताद्वय के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करते हुए कांग्रेस को समर्थन दिया है।

नगर के वार्ड क्रमांक 47 से वार्ड पार्षद पद के प्रत्याशी शिवनाथ गोविंदराव नारनवरे ने नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को समर्थन दिया है उन्होंने अपने समर्थन पत्र में उल्लेख किया है कि प्रियदर्शनी कॉलोनी वार्ड क्रमांक 47 का मुख्य निवासी हूं। मैं और मेरा पूरा परिवार कांग्रेस के लिए पूर्व से लेकर आज तक समर्पित है। उन्होंने कहा आज भी उनकी निष्ठा कांग्रेस पार्टी के प्रति आज भी है आगे भी रहेगी।

न्यूज़ सोर्स : छिन्दवाड़ा से सौतेला व्यवहार कर रहे मुख्यमंत्री शिवराज